Here the ganges of my thoughts flows continuously.............
| at 4:46 AM
इक दिन ये गुरबत के पहाड़ भी हिल जायेंगे हमारे अपने इक बार फिर हमसे मिल जायेंगे वक्त से पहले इस दुनिया में कुछ नही होता "रूमी" इक दिन हमारे किश्मत के फूल भी खिल जायेंगे!
kya khoob hai!
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kya khoob hai!
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