Here the ganges of my thoughts flows continuously.............
| at 7:25 AM
मेरी अँधेरी जींदगी की एक तू ही है रोशनी तेरी याद में नीकल्ते हैं मेरी आँखों से मोती परवानो का वजूद ही क्या होता "रूमी" गर जो इश्क न होता, शमा न होती!
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