Here the ganges of my thoughts flows continuously.............
| at 7:38 AM
खुदी से खुदी में खो न जाऊ मैं अपने साये से नाराज़ हो न जाऊ मैं थक चूका हूँ आराम करते करते 'रूमी' आखीरी सफ़र से पहले सो न जाऊ मैं!
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