Here the ganges of my thoughts flows continuously.............
| at 2:06 AM
मैं हूँ तेरा आशिक, तेरा दीवाना तू मेरी जान है, तू मेरी महबूबा तुझपे निशार हो जाये हश्ती-ऐ-रूमी ओं मेरी शब्ज जिंदगी की मह्पारा !
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